दोस्तो, आज हम अहिंसा पर 10 लाइन जानेंगे। आप इसे एक निबंध के तौर पर भी उपयोग कर सकते है।
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अहिंसा पर 10 लाइन
- दुनिया के किसी भी जीव को तन, मन, धन और वाणी से हानी न पहुँचाना, इसे अहिंसा कहते है।
- अहिंसा को अपनाना बहुत आसान है, लेकिन अहिंसा के मार्ग पर चलना काफी कठिन है।
- अहिंसा के लिए व्यक्ति को अपने मन और क्रोध पर काबू रखना होता है।
- लेकिन अगर हम अहिंसा को अपने जीवन में अपना लें तो आपसी प्रेम बढ़ेगा।
- अहिंसक लोग एक दूसरे की भावनाओं का सम्मान करते है।
- अहिंसा से आपसी झगड़े खत्म होंगे और लोग बातचीत के जरिए अपनी समस्याओं का समाधान करेंगे।
- महावीर स्वामी और गौतम बुद्ध जैसे इतिहास के सबसे सदाचारी और प्रसिद्ध लोगों ने अहिंसा को अपनाया था और भारत के लोगों को इसी रास्ते पर चलने का संदेशा दिया था।
- एक अहिंसक व्यक्ति समाज में बड़ा बदलाव ला सकता है। जिस तरह स्वामी विवेकानंद, महात्मा गांधी, नेल्सन मंडेला और मदर टेरेसा जैसे महान लोगों ने बदलाव लाया।
- हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने सत्य और अहिंसा को अपनाकर दुनिया के सबसे शक्तिशाली लोग अंग्रेज़ो को भारत से बाहर कर दिया था।
- इसलिए पूरी दुनिया में गांधीजी का जन्मदिन यानी 2 अक्टूबर को अहिंसा दिवस के रूप में मनाया जाता है।
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अहिंसा पर 5 लाइन
- दुनिया के सभी देश चाहते है कि उनके देश में शांति हो और देश का हर नागरिक प्रेम और शांति से रहे।
- लेकिन इसके लिए देश का हर व्यक्ति अहिंसा के मार्ग पर चलने वाला होना चाहिए।
- अहिंसा ही एक ऐसा तरीका है, जिससे लोग भाईचारे और देश प्रेम की भावना को अपने हित से पहले रखते है।
- क्योकि एक अहिंसक व्यक्ति अपनी सभी जिम्मेदारीयों को समझता है।
- अहिंसक इंसान सिर्फ अपनी पत्नी, बच्चे और परिवार तक ही सीमित नहीं होता, बल्कि वह देश और समाज के हित के लिए भी सोचता है।
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अहिंसा पर 10 लाइन
- मनुष्य के मन में उत्पन्न क्रोध और हिंसा को दूर करके अहिंसा आंतरिक तनाव को दूर करती है।
- आपको भविष्य में हिंसा के कारण भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है, लेकिन अहिंसा आपको कभी नुकसान नहीं पहुंचा सकती।
- अहिंसा की शिक्षा तो भारतीय संस्कृति की पहचान मानी जाती है।
- अहिंसा में इतनी शक्ति है कि एक अंगुलिमार जैसा डाकू भी जब अहिंसक गौतम बुद्ध के संपर्क में आया तो वह बौद्ध भिछु बन गया।
- इसी कारण गौतम बुद्ध को प्राचीन काल में अहिंसा का सबसे बड़ा प्रणेता माना जाता है।
- कलिंग के युद्ध में जब मगध सम्राट अशोक ने बड़े पैमाने पर हिंसा देखी तो उनका मन व्याकुल हो उठा। इसका पश्चाताप करने के लिए अशोक ने बौद्ध धर्म अपनाकर अहिंसा का मार्ग स्वीकार कर लिया था।
- लेकिन आज के आधुनिक युग में पूरी दुनिया हिंसा पर आ गई है, चाहे वह अफ़ग़ानिस्तान का गृहयुद्ध हो या सीरिया की तबाही।
- कुछ देशों में आंदोलन के नाम पर दंगे हो रहे है तो कुछ देशों में लोग छोटी-छोटी बातों पर एक-दूसरे का गला काट रहे है।
- लेकिन परेशान करने वाली बात यह है कि इन सभी दंगों में खासकर युवा मौजूद है।
- एक अंग्रेज़ ने कहां था कि किसी भी देश को तबाह करने के लिए उस देश के युवाओं को निशाना बनाओ। उन्हें नशेड़ी बनाकर बुरी आदतों में लगा दो और सबके हाथ में हथियार दे दो। उस देश को तबाह और बर्बाद होने में देर नहीं लगेगी।
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निष्कर्ष
अंग्रेज़ो को भारत से बाहर करने के लिए महात्मा गांधी जी ने सत्य, उपवास और ह्रदय की पवित्रता के माध्यम से अहिंसा को अपनाया। क्योंकि वे अहिंसा की शक्ति को जानते थे। इसलिए हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गांधीजी को अहिंसावादी विचारधारा का जनक कहा जाता है।
FAQ
Q- अहिंसा दिवस कब मनाया जाता है ?
ANS- 2 अक्टूबर
Q- अहिंसा का अर्थ क्या है ?
ANS- विश्व के किसी भी जीव को तन, मन, धन और वाणी से हानी न पहुँचाना, इसे अहिंसा कहते है।
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