भगत सिंह पर 10 लाइन- 10 lines on Bhagat Singh in Hindi

शुरुआत से ही भारत की भूमि शूरवीरों और योद्धाओ की भूमि रही है। इन शूरवीरों ने देश के लिए अपना सब कुछ कुर्बान कर दिया था। आज हम एक ऐसे वीर और अमर क्रांतिकारी के बारे में 10 लाइन जानने वाले है, जिनका नाम शहीद भगत सिंह है। उन्होंने देश की आजादी के लिए अपने प्राणों का बलिदान दे दिया था।

 

Table of Contents

10 lines on Bhagat Singh in Hindi

  1. भगत सिंह का जन्म 28 सितंबर 1907 को पाकिस्तान के लायलपुर ज़िले के बंगा गाव में हुआ था। जो आज पाकिस्तान में है।
  2. उनके पिता का नाम सरदार किशन सिंह संधू और माता का नाम विद्यावती कौर था।
  3. भगत सिंह का जन्म एक ऐसे परिवार में हुआ था, जो पहले से ही भारतीय स्वतंत्रता के संघर्ष में जुड़े हुए थे।
  4. जिस दिन भगत सिंह का जन्म हुआ उसी दिन उनके पिता सरदार किशन सिंह और चाचा अजीत सिंह को अंग्रेजों ने जेल से रिहा किया था।
  5. उनके दादा अर्जन सिंह, चाचा अजीत सिंह और पिता सरदार किशन सिंह तीनों उस समय के बहुत लोकप्रिय नेता थे।
  6. उन्हें देखकर भगत सिंह में बचपन से ही देशभक्ति की भावना आ गई थी।
  7. भगत सिंह ने केवल 14 साल की उम्र में ही क्रांतिकारी संगठनों में काम करना शुरू कर दिया था।
  8. भगत सिंह ने अपनी प्राथमिक शिक्षा गांव में ही ली और आगे की पढ़ाई लाहौर की डीएवी स्कूल से की।
  9. उन्होंने एक ब्रिटिश अधिकारी सांडर्स को गोली मार कर हत्या कर दी और की केन्द्रीय असेम्बली में बम फेकें थे।
  10. आखिर 6 जून 1929 को दिल्ली के सेशन जज ने भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को फांसी की सजा सुनाई थी।

 

10 lines on Bhagat Singh in Hindi

  1. भगत सिंह ने अपनी पढ़ाई के दौरान यूरोपीय क्रांतिकारी आंदोलनों का बहुत गहराई से अध्ययन किया था।
  2. लाला लाजपत राय, रास बिहारी बोस और अंबा प्रसाद जैसे बड़े क्रांतिकारियों से जब भगत सिंह मिले, तो इनसे काफी प्रभावित हुए।
  3. लेकिन 13 अप्रैल 1919 के जलियावाला बाग हत्याकांड ने भगत सिंह को अंदर से हिला कर रख दिया था।
  4. इस हत्याकांड के कुछ दिनों बाद भगत सिंह जलियांवाला बाग गए और उसकी कुछ मिट्टी को अपने पास रखकर अंग्रेजों को देश से बाहर निकालने की अपनी इच्छा मजबूत कर ली।
  5. 1925 में भगतसिंह ने सक्रिय रूप से राजनीति में प्रवेश किया।
  6. लेकिन ब्रिटिश सरकार ने भगत सिंह को एक शोभायात्रा पर बम फेंकने के झूठे आरोप में गिरफ्तार कर लिया।
  7. केन्द्रीय असेम्बली में बम फेकेंने की वजह से भगत सिंह राजगुरु और सुखदेव को फांसी की सजा सुनायी गई।
  8. भगत सिंह को बचाने के लिए और फांसी की सजा को माफ कराने के लिए कई प्रयास भी हुए।
  9. लेकिन भगत सिंह इसके सख्त खिलाफ थे। उनका मानना था कि क्रांतिकारियों को मरना ही होता है।
  10. उन्होने कहा था कि एक क्रांतिकारी जब मरता है, तो उसका अभियान पहले से ओर मज़बूत हो जाता है।

 

(यह भी पढ़े- भगत सिंह पर विस्तृत निबंध)

 

5 lines on Bhagat Singh in Hindi

  1. भगत सिंह गाँधी जी के विचारों का समर्थन करते थे, लेकिन अंग्रेजों के खिलाफ लड़ने के लिए भगत सिंह ने गांधीवादी शैली नहीं अपनाई।
  2. इसके लिए वह लाल-बाल-पाल के तरीकों में विश्वास रखते थे।
  3. भगत सिंह के मुताबिक अहिंसक आंदोलनो से कुछ भी हांसिल नहीं हो सकता है।
  4. एक बड़े संघर्ष से ही हम अंग्रेजों को देश से भगा सकते है।
  5. आज़ादी के लिए भगत सिंह ने उस रास्ते को अपनाया था, जिसमें देश की आज़ादी के लिए अहिंसा नहीं बल्कि हिंसा का उपयोग किया जाता था।

 

(यह भी पढ़े- अहिंसा पर 10 लाइन)

 

निष्कर्ष :

भारत के सभी लोगो को यह कभी नहीं भुलनी चाहिए कि हमारे वीरों ने अपने शरीर के टुकड़े करवाकर हमें आज़ादी दिलाई है। लेकिन फिर भी आज हमारे देश का युवा उनही अंग्रेज़ो की संस्कृति को अपना रहा है। इस समय हमें देश के लिए अपनी जान देने की कोई जरूरत नहीं है, लेकिन अगर हम देश के विकास में अपना थोड़ा सा योगदान दें तो यह भी हमारे लिए बहुत है।

 

FAQ

Q- भगत सिंह का जन्म कहां हुआ था ?

ANS- पाकिस्तान के लायलपुर ज़िले के बंगा गाव में

Q- भगत सिंह ने किस ब्रिटिश अधिकारी को गोली मारकर हत्या कर दी थी ?

ANS- सांडर्स

Q- भगत सिंह के साथ किन दो अन्य लोगों को मौत की सजा सुनाई गई थी ?

ANS- राजगुरु और सुखदेव

 

अन्य 10 लाइन पढे :

भारतीय संस्कृति पर 10 लाइन

मेरा भारत महान पर 10 लाइन

आत्म निर्भर भारत पर 10 लाइन

ए.पी.जे. अब्दुल कलाम पर 10 लाइन

मेरा प्रिय मित्र पर 10 लाइन

घरेलू हिंसा पर 10 लाइन

ताजमहल पर 10 लाइन

Leave a Comment