(2022) मेरा भारत महान पर निबंध- Mera Bharat Mahan Essay in Hindi

विश्व के सबसे प्राचीनतम देशों में से एक हमारा भारत देश भी है। हमारे देश का प्राचीन नाम आर्यवत था। पुरातन काल में भारत पर युद्ध के कई संकट आए, परंतु हमारी संस्कृति और गौरव पर कभी कोई प्रभाव नहीं पड़ा। इसलिए तो कहा जाता है कि भारत की महानता उसके इतिहास में है। इसके बाद शक, कुषाण, आर्य और द्रविड़ जैसी अनेक सभ्यताएं और संस्कृतियाँ भारत आईं और यहा की धरती में घुल-मिल गई। उसके बाद राजा दुष्यंत के पुत्र भरत के नाम पर हमारे देश का नाम भारत रखा गया। भारत को इंडिया, हिंद और हिंदुस्तान जैसे नामों से भी पुकारा जाता है।

 

Table of Contents

भारत के लोगो की एकता

हमारे देश का क्षेत्र काफी विशाल है, लेकिन उसके साथ साथ हमारी जनसंख्या भी काफी अधिक है। भारत जनसंख्या की दृष्टि से विश्व में दूसरे स्थान पर है। इतना बड़ा देश होने के बावजूद यहा किसी एक धर्म के लोग नहीं रहते है। बल्कि हिंदू, जैन, बौद्ध, सिख, इस्लाम, पारसी और ईसाई जैसे अलग-अलग धर्मों के लोग रहते है।

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इतना ही नहीं, ये सभी धर्म कई प्रकार की जातियों और उपजातियों में विभाजित है। और इन सबके बाद भी यह लोग कई रंग, पंथ, रीति-रिवाज, कपड़े, भोजन और त्योहारों में विभाजित होते है। यह सभी लोग लगभग 200 से भी ज्यादा भाषाएँ बोलते है। इतनी विविधता होने के बावजूद भी हम लोग एक होकर रहते है, इसीलिए तो हमारे देश को अनेकता में एकता का देश कहा जाता है।

दुनिया के अलग-अलग देशो में कई धर्म के लोग रहते है। लेकिन इन सभी धर्मों को सबसे ज्यादा बढ़ावा देने वाला और रक्षा करने वाला देश भारत ही है।

 

मेरे भारत देश की संस्कृति

हमारे पूर्वजो ने हमें अपनी संस्कृत का आदर और सम्मान करना सिखाया है। इसलिए तो हम भारतीयो ने 4000 साल से भी ज्यादा पुरानी हड़प्पा और सिंधु संस्कृति को महत्व दिया है। प्राचीन संस्कृति को बढ़ावा देना हमारा धर्म है। भारत की संस्कृति में विविधता है, क्योकि भारत में कई धर्मों के लोग रहते है। इन सभी धर्मों के लोगो की अलग-अलग संस्कृतिया है। भले ही हम सबकी संस्कृति अलग-अलग हो, परंतु भारत के सभी लोग इन संस्कृतियो को मिलकर अपनाते है। इस तरह हमारे देश की संस्कृति भी अनेकता में एकता पर आधारित है। और इसलिए भारत दुनिया के नक्शे पर रंगीन नजर आता है।

हमारी संस्कृति ने हमे अतिथि देवो भवः सिखाया है, यानि की मेहमानो का दिल से स्वागत करो और उनकी अच्छी-से-अच्छी मेहमानदारी करो। इसलिए तो कई सालो तक हमें गुलाम रखने वाले अंग्रेज़ो का भी हमने दिल से स्वागत किया था। इसके साथ-साथ भारत शिल्प, नृत्य, संगीत और कला के लिए भी जाना जाता है।

ऐसा कहा जाता है की, विश्व में सबसे पहली भाषा का उद्धव (जन्म) भारत में संस्कृत भाषा के रूप में हुआ था। इसी से मिलकर अन्य भाषाएं बनाई गयी थी। इसके अलावा हमारे देश की मातृभाषा हिंदी, हमारा राष्ट्रगान जन गण मन, राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम, राष्ट्रीय पशु टाइगर, राष्ट्रीय फूल कमल, राष्ट्रीय पक्षी मोर, राष्ट्रीय फल आम और राष्ट्रीय खेल हॉकी है।

विश्व मे भारत को एक व्यस्त रहने वाला देश भी कहा जाता है, क्योकि यहा हर दिन किसी न किसी धर्म का कोई त्योहार जरूर होता है। देश के सभी लोग इन त्योहारों को मिल-जुलकर बड़े उत्साह के साथ मनाते है।

 

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शूरवीरो की भूमि है भारत

वैसे तो हर देश में शूरवीरों ने जन्म लिया है, लेकिन भारत एकमात्र एसा देश है जहां इतने सारे शूरवीरों ने जन्म लिया था। उन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना भारत की सभ्यता और संस्कृति की रक्षा की। जब भारत को अंग्रेज़ो से आज़ाद कराना था, तब भी हमारे शूरवीर अपना खून बहाने से पीछे नहीं हटे थे।

इन शूरवीरों की वजह से ही हमारा भारत अंग्रेज़ जैसे खतरनाक विरोधियो से आज़ाद हुआ। यह काम आसान नहीं था, क्योंकि दुनिया के कई देशों को अंग्रेजों की गुलामी से बाहर निकालने में 200-300 साल लग गए थे। इसलिए भारत में आज भी शूरवीरों को दिल से याद किया जाता है। जिनमें महात्मा गांधी, सरदार पटेल, जवाहरलाल नेहरू, भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस और चंद्रशेखर आजाद जैसे कई नाम शामिल है। इस भूमि की रक्षा करने के लिए आज भी शूरवीरों की कमी नहीं है। हजारो-लाखो लोग इस पावन भूमि के लिए अपनी जान न्योछावर करने के लिए तैयार है।

 

मेरा भारत एक कृषि प्रधान देश

भारत के लोगों ने प्राचीन सिंधु घाटी सभ्यता के समय से ही कृषि को अपना लिया था। इसलिए आज भारत एक कृषि प्रधान देश है। यहां खेती करने वाले किसानों की एक अलग पहचान है और उन्हें बहुत सम्मान दिया जाता है। यह किसान सभी प्रकार के अनाज जैसे गेंहू, मक्का, बाजरा, गन्ना, चावल, कपास, ज्वार आदि तैयार करते है।  

भारत की कुल भूमि के 51% भाग पर आज भी कृषि की जाती है और भारत के 52% से अधिक लोग सिर्फ कृषि से अपनी रोजी-रोटी चलाते है। जब 1960 में हरित क्रांति हुई, उसके बाद अनाज का उत्पादन बढ़ने लगा और आज आप देख रहे है, की भारत कृषि के क्षेत्र में कितना आगे है। वर्तमान समय में भारत की अर्थव्यवस्था कृषि पर निर्भर करती है। आज भारत कृषि में इतना आगे है कि वो अब दूसरे देशो में अनाज की निकास करता है।

 

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भारत की भौगोलिक स्थिति

भारत की भौगोलिक स्थिति बहोत अनोखी है। क्योकि भारत के पूर्व की और एशियाई महाद्वीप, उत्तर-पश्चिम की और इजरायल, अरब, अफगानिस्तान और सीरिया जैसे छोटे देश, दक्षिण-पूर्व की और इंडोनेशिया, बर्मा, सिंगापुर और मलेशिया जैसे देश शामिल है। सुलेमान पर्वत हमारे देश को अफगानिस्तान और ईरान से अलग करता है और अराकान पर्वत हमे बर्मा से अलग करता है।

भारत के उत्तर में दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत श्रृंखला हिमालय और अन्य तीन दिशाओ में बड़े-बड़े समुद्र और महासागर है। देश के ऐतिहासिक स्थानो की बात करे तो, दुनिया के सात अजूबो में हमारा ताजमहल भी शामिल है। इसके अलावा लाल किला, फतेहपुर सीकरी, स्वर्ण मंदिर और कुतुब मीनार जैसे स्मारक भी भारत की सुंदरता में चार चांद लगाते है। इन पर्यटन स्थलों को देखने के लिए दुनिया भर से लोग आते है।

भारत एकमात्र ऐसा देश है जहां नदियों को पुजा जाता है। यहां हर जाती और धर्म के लोग नदियों का सम्मान करते है। जिसमें गंगा, ब्रह्मपुत्र, यमुना, नर्मदा, सरस्वती, गोदावरी और तापी जैसी कई नदिया शामिल है। ये नदियाँ भारत के शिमला, कश्मीर, जयपुर, नैनीताल, मनाली जैसे कई शहरो की खूबसूरती है।

कई जगहो पर हीमपात तो कई जगह पर शुष्क रेगिस्तान, कई जगहो पर घने जंगल तो कई जगह पर मैदान और कई जगह नदियाँ तो कई जगह ऊंचे-ऊंचे पर्वत भारत की भौगोलिक परिस्थितियो में विविधता को दर्शाते है। इतनी विविधता होने के बाद भी देश का हर व्यक्ति भारतभूमि को सिर्फ मिट्टी नहीं बल्कि अपनी माँ समझता है। 1947 के विभाजन के बाद भले ही भारत ने अपने भौगोलिक क्षेत्र का लगभग एक तिहाई हिस्सा खो दिया हो, लेकिन आज भी इसकी सुंदरता में कोई कमी नहीं आई है।

 

हमारे देश का कानून

लोगो की सुरक्षा के लिए और गुनेगार लोगो को सजा देने के लिए हर देश में कानून बनाए जाते है। कानून का पालन करना देश के सभी लोगो का एक कर्तव्य होता है। वर्तमान समय में विश्व के सभी देशो के पास अपना-अपना कानून है। परंतु कुछ देशों में उत्तर कोरिया जैसे बहुत सख्त कानून है जबकि कुछ देशों में न्यूजीलैंड जैसे बहुत ही ढीले कानून है। कई देशो में बिना सोचे समझे कानून के फैसले सुनाये जाते है, तो वहीं कुछ देशो में सालो-साल लग जाए फिर भी कुछ फैसलो का निराकरण नहीं आता है।

लेकिन हमारे भारत का कानून न तो कठिन है और न ही ज्यादा राहत देने वाला। भारत का कानून कभी किसी के साथ अन्याय नहीं होने देता। हमारे देश पर कोई अपनी मर्ज़ी से शासन नहीं कर सकता, क्योकि भारत एक लोकतांत्रिक देश है।

यहां पर जनता ही राजा है, और वही अपने प्रिय नेता को चुनती है। इसलिए भारत में नेता हो या समान्य नागरिक सभी के लिए कानून और उससे मिलने वाली सजा एक समान है। लेकिन अगर कोई व्यक्ति इन कानूनों का पालन नहीं करता है, तो उन्हें भी न्यायपालिका द्वारा दंडित किया जाता है।  इस तरह हमारे देश का कानून भी सर्वश्रेष्ठ है।

 

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विज्ञान क्षेत्र मे मेरा भारत

वर्तमान में दुनिया के सभी देश कुछ नया खोजने की कोशिश कर रहे है। क्योकि आज के आधुनिक युग में जिस देश के पास अच्छी तकनीक और विज्ञान है, उस देश का विकास आसमानों को छु रहा है। जैसे जापान, साउथ कोरिया, सींगपोर आदि देश आज दुनिया की महसत्ता कहलाने वाले देशो को चुनौती दे रहे है। लेकिन इसमें हमारा देश भी पीछे नहीं है । आज भारत भी विज्ञान के क्षेत्र में बहुत तरक्की कर रहा है।

भारत के इतिहास में ऐसे कई वैज्ञानिक जन्मे, जिन्होंने विज्ञान में जबरदस्त खोज की है। जिनमें श्रीनिवास रामानुजन, जगदीश चंद्र बसु, सी वी रमन, होमी भाभा, नारालिकर और अब्दुल कलाम जैसे कई नाम शामिल है। इन सभी लोगो ने खगोल, चिकित्सा और भौतिक विज्ञान जैसे सभी क्षेत्रों में अपना योगदान दिया है। इसलिए तो आज भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया इन वैज्ञानिकों का नाम गर्व से लेती है।

जब किसी देश को नयी-नयी आज़ादी मिली हो और वो अपनी सुरक्षा के लिए परमाणु शक्ति बना ले तो यह विश्व के लिए चौंकाने वाली बात होगी। और यह देश कोई और नहीं बल्कि हमारा भारत देश है। वर्तमान समय में हमारे पास बहुत शक्तिशाली मिसाइले और परमाणु बॉम्ब है, लेकिन आज तक हमने इन हथियारो का दुरुपयोग नहीं किया है

 

निष्कर्ष  

भले ही अंग्रेजों ने भारत को लूटकर सोने की चिड़िया से खाली घर बना दिया हो। लेकिन भारत के सपूतों ने अपनी मेहनत, लगन और इमानदारी से भारत को खड़ा किया और आज भारत फिर से सोने की चिड़िया बनने की राह पर चल पड़ा है। हम बहुत भाग्यशाली है, की भारत जैसी पावन भूमि पर हमारा जन्म हुआ। क्योकि जिस भूमि पर शूरवीरों ने अपना बलिदान दिया हो गंगा, यमुना और कावेरी जैसी पावन नदिया जिस भूमि पर बहती हो और महिलाओ को जहां सम्मान की नज़ारो से देखा जाता हो, ऐसी भूमि पर जन्म लेना हर व्यक्ति का सपना होता है। हम सभी को भारतीय होने पर गर्व होना चाहिए।


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FAQ

भारत का प्राचीन नाम क्या था ?

आर्यवत

भारत देश को महान क्यों कहा गया है ?

सिर्फ पैसे से कोई देश महान नहीं होता, बल्कि महान देश तो वह है जो अपनी संस्कृति, परंपराओ और मूल्यों को कभी न छोड़े। और वर्तमान समय में भारत के अलावा शायद ही कोई ऐसा देश है जिसने अपनी संस्कृति और परंपराओ को अपनाए रखा है।

भारत देश की विशेषताएं क्या है ?

देश की संस्कृति, लोगो में एकता, शूरवीरो की भूमि, भारत की भौगोलिक स्थिति और हमारा संविधान


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