(2022) ऑनलाइन शिक्षा पर सर्वश्रेष्ठ निबंध- Essay on online Education in Hindi

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दुनिया का सबसे खतरनाक वायरस यानि कोरोना वायरस की वजह से जब पूरे विश्व में लॉकडाउन हुआ था, तभी से यह शब्द यानि ऑनलाइन शिक्षा काफी चर्चा में था। क्योकि लॉकडाउन के कारण छात्र स्कूल नहीं जा पा रहे थे। इसलिए पूरी दुनिया के छात्रो को अपने-अपने घरों में बैठकर ऑनलाइन शिक्षा दी जाती थी। हमारे भारत देश में भी छात्रों को ऑनलाइन शिक्षा दी गई थी। लेकिन अगर ऑनलाइन शिक्षा न होती तो शायद हम अपने बच्चो को शिक्षा ना दे पाते?

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ऑनलाइन शिक्षा क्या है?

ऑनलाइन शिक्षा को साधारण भाषा में समझे, तो जब एक विद्यार्थी अपने घर पर बैठकर किसी भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जैसे स्मार्टफोन, टैबलेट, कंप्यूटर और लैपटॉप द्वारा शिक्षा प्राप्त करे उसे ही ऑनलाइन शिक्षा कहते है। कई लोग ऑनलाइन शिक्षा को आधुनिक शिक्षा भी कहते है। क्योकि इसमें छात्र को शिक्षा प्राप्त करने के लिए घर से निकलने की कोई जरूरत नहीं होती। वह इंटरनेट और स्मार्टफोन द्वारा अपने घर से ही शिक्षा प्राप्त कर सकता है।

ऑनलाइन शिक्षा में एक शिक्षक अपने घर पर बैठकर दुनिया के किसी भी कोने में बैठे अपने छात्र को सर्वश्रेष्ठ शिक्षा प्रदान कर सकता है। इसमें छात्रो को न तो किसी ब्लैक बोर्ड के सामने बैठने की जरूरत है और न ही किसी क्लास में। इस प्रकार जब शिक्षक और विद्यार्थी दोनों घर पर बैठकर शिक्षा ग्रहण करते है तो इसे ऑनलाइन शिक्षा कहते है।

ऑनलाइन शिक्षा की आवश्यकता

भारत में पिछले कई सालो से छात्रो को ऑनलाइन शिक्षा दी जाती थी। खासकर जब हमारे देश में Jio आया था तब ऑनलाइन शिक्षा को थोड़ी गति मिली थी। इस समय लोग यूट्यूब और अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से शिक्षा ले रहे थे। लेकिन उस समय ऑनलाइन शिक्षा भारत के कुछ ही राज्यों तक पहुंच पाई थी। क्योंकि उस समय लोगों को ऑनलाइन शिक्षा की ज्यादा जरूरत नहीं थी।

लेकिन कोरोना वायरस की महामारी ने ऑनलाइन शिक्षा में अचानक एक बड़ा परिवर्तन ला दिया। इस वायरस की वजह से सभी लोगो को अपने घर में बंद होने की जरूरत पड़ी। इस समय दुनिया के सभी लोगों को शिक्षा प्राप्त करने का एक ही रास्ता दिखा, और वो था ऑनलाइन शिक्षा। इसी समय भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व को ऑनलाइन शिक्षा की आवश्यकता हुई और यहीं से ऑनलाइन शिक्षा बहुत प्रचलित हुई। हमारी स्कूलों और शिक्षकों ने भी शिक्षा को ऑनलाइन ले जाकर छात्रों तक पहुंचाने का फैसला किया। और वर्तमान में तो ऑनलाइन शिक्षा हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग बन गया है।

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ऑनलाइन शिक्षा के प्रकार

ऑनलाइन शिक्षा को मुख्य दो भागो में विभाजित किया गया है। सिंक्रोनस शिक्षा और असिंक्रोनस शिक्षा

सिंक्रोनस शिक्षा में छात्रों को एक ही समय पर शिक्षक द्वारा शिक्षा दी जाती है। इसलिए इसे लाइव टेलीकास्ट लर्निंग भी कहा जाता है। सिंक्रोनस शिक्षा में लाइव ऑडियो और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का उपयोग किया जाता है। जब की असिंक्रोनस शिक्षा में छात्र अपनी इच्छा के मुताबिक शिक्षा प्राप्त करता है। क्योकि इसमें सभी क्लास रिकॉर्डेड होते है। हमारे देश में ज़्यादातर लोग इसी पद्धति का उपयोग करके पढ़ाई करते है।

ऑनलाइन शिक्षा ग्रहण करने के तरीके

ऑनलाइन शिक्षा को मुख्य तीन तरीको से ग्रहण किया जा सकता है। जिसमें पहला यूट्यूब के द्वारा।  आज हर विषय के वीडियो यूट्यूब पर मौजूद है। देश और दुनिया का कोई भी छात्र यूट्यूब पर वीडियो देखकर फ्री में शिक्षा प्राप्त कर सकता है।

ऑनलाइन शिक्षा ग्रहण करने का दूसरा तरीका है, गूगल। गूगल द्वारा ऑनलाइन लिखित चीजें पढ़ कर भी हम बहोत अच्छी शिक्षा ग्रहण कर सकते है। इसके अलावा अगर हमें किसी चीज़ के बारे में जानना चाहते है, तो गूगल में सर्च करके निशुल्क ज्ञान प्राप्त कर सकते है।

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ऑनलाइन शिक्षा ग्रहण करने का तीसरा मुख्य तरीका है, लाइव क्लासेस करना। वर्तमान समय में छात्र कोई भी ऑनलाइन कोर्स खरीद कर घर बैठे बहुत अच्छी पढ़ाई कर सकता है। जिसमें बायजूस, वाईफाई स्टडी, अनएकेडमी, वेदांतु, एक्स्ट्रामार्क्स और टेस्टबुक जैसे कई अलग-अलग प्लेटफार्म के नाम शामिल है। इन प्लेटफार्म के कोर्स खरीदकर छात्र कहीं भी पढ़ाई कर सकता है और शिक्षा ग्रहण कर सकता है।

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ऑनलाइन शिक्षा के लाभ और हानि

आज के दौर में ऑनलाइन शिक्षा के कई लाभ और फायदे है। लेकिन दुनिया में बसी हर चीज़ के दो पहलू होते है, जिसमें एक होता है लाभ और दूसरा होता है हानी। इसलिए ऑनलाइन शिक्षा के भी कुछ नुकसान है। हम इसके फायदे और नुकसान दोनों को बारी-बारी जानेगे।

ऑनलाइन शिक्षा के लाभ

शिक्षा पृथ्वी पर रहे हर मनुष्य का मूलभूत अधिकार है। दुनिया का प्रत्येक देश अपने नागरिकों तक एक अच्छी शिक्षा पहुंचाने की कोशिश करता है। क्योकि शिक्षा के माध्यम से मनुष्य अपना मानसिक, बौद्धिक और आर्थिक स्तर को सुधार सकता है। लेकिन जब कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन हुआ तब से शिक्षा को ऑनलाइन लोगो तक पहुंचाने की जरूरत पड़ी। और पूरा लॉकडाउन लोगो ने घर बैठकर ऑनलाइन शिक्षा ली। परंतु क्या ऑनलाइन शिक्षा से हमे लाभ हुआ?

तो इसका जवाब है, हा। ऑनलाइन शिक्षा का सबसे पहला लाभ यह हुआ कि इससे छात्रों और शिक्षकों के समय और पैसो की काफी बचत हुई। क्योकि यह शिक्षा घर बैठकर ली जाती थी, जिसके कारण छात्रों और शिक्षकों को शिक्षण संस्थानों में जाने की कोई जरूरत नहीं होती थी। जिससे उनका काफी समय बच जाता था। और शिक्षण संस्थानों में जाने-आने का और बाहर खाने का खर्च भी बच जाता था।

इसके अलावा छात्रों को दिये जाने वाले ऑनलाइन क्लास रिकॉर्ड होते है। जिसके कारण अगर कभी छात्र का क्लास छूट जाए तो उस रिकॉर्ड क्लास को देखकर भी शिक्षा प्राप्त कर सकता है। उसके साथ-साथ अगर किसी छात्र को ऑनलाइन क्लास के दौरान किसी विषय समझ में नहीं आता, तो वह दुबारा रिकॉर्डिंग क्लास को सुनकर अपनी शंका और दुविधा को दूर कर सकता है।

एक शिक्षक ऑनलाइन शिक्षा से अपने घर बैठकर दुनिया के किसी भी कोने में बैठे अपने छात्र को सर्वश्रेष्ठ शिक्षा दे सकता है। और छात्र भी दुनिया के किसी भी कोने में बैठे अपने मनपसंद शिक्षक से शिक्षा प्राप्त कर सकता है। 

और हमने आगे भी जाना था कि भारत में कई ऐसे प्लेटफार्म है, जो छात्रो को अच्छी से अच्छी शिक्षा पहुंचाने की कोशिश करता है। जिसमें बायजूस, वेदांतु और खान अकादमी जैसे कई बड़े-बड़े नाम शामिल है। इन लोगों ने अपना खुद का ऐप बनाया है, जिसके जरिए वे छात्रों तक बेहतरीन शिक्षा पहुंचाने की कोशिश करते है। इन ऐपो से जुड़ने वाले हर छात्र से यह लोग व्यक्तिगत संपर्क करते है। जिसके कारण अगर उन्हें कोई समस्या होती है, तो इनके शिक्षक तुरंत ही छात्रों कि समस्या दूर करते है।

ऑनलाइन शिक्षा देश की महिलाओं के लिए भी एक सुरक्षित वातावरण प्रदान करती है। क्योकि यहां तो घर से निकलने की कोई जरूरत ही नहीं होती। महिलाए घर बैठकर कुछ भी सीख सकती है और दूसरों को सीखा भी सकती है। जैसे कुकिंग, सिलाई, क्राफ्ट, ड्राइंग, पेंटिंग आदि।

साधारण भाषा मे समझे तो अगर आपके पास इंटरनेट और स्मार्टफोन है, तो आप ऑनलाइन कुछ भी सीख सकते है।

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ऑनलाइन शिक्षा की हानि

ऑनलाइन शिक्षा की पहली हानी यह है कि, छात्रों को कई घंटो तक मोबाइल या लैपटॉप के सामने बैठना पड़ता है। जिसकी वजह से उनकी आंखों और स्वास्थ्य पर बहुत ही बुरा प्रभाव पड़ता है।

इसके अलावा ऑनलाइन शिक्षा से एक नुकसान यह भी होता है कि, उनको शिक्षा का माहौल नहीं मिलता। क्योकि ऑनलाइन शिक्षा में अक्सर यह देखा गया है कि छात्र आपस में संपर्क नहीं कर पाते। जिससे उनके बीच प्रतिस्पर्धा का माहौल नहीं होता। प्रतिस्पर्धी माहौल ना होने के कारण छात्र धीरे-धीरे शिक्षा से ऊबने लगते है।

इंटरनेट के गलत इस्तेमाल से भी छात्रों का भविष्य खतरे में पड़ सकता है। क्योकि एक छात्र को ऑनलाइन शिक्षा के लिए उसके माता-पिता उसे इंटरनेट, स्मार्टफोन या लैपटॉप तो दे देते है। लेकिन कई बार छात्र ऑनलाइन क्लास के बहाने मोबाइल में गेम खेल रहे होते है। यह भी ऑनलाइन शिक्षा का एक बड़ा नुकसान है।

वर्तमान समय में हमारे देश के अधिकांश नागरिकों की आर्थिक स्थिति बहुत ही कमजोर है। देश में कई लोग तो ऐसे है, जिन्हें दो वक्त का खाना भी नसीब नहीं होता। अब ऐसे लोग स्मार्टफोन, कंप्यूटर, लैपटॉप और इंटरनेट जैसी सुविधाए कहां से लाएंगे? और यह सभी सुविधाए ऑनलाइन शिक्षा के लिए अति-आवश्यक है। इसीलिए लॉकडाउन में भारत के कई गरीब छात्रों तक ऑनलाइन शिक्षा नहीं पहुंच पाई थी।

भारत के कई गावों में आज भी बिजली नहीं है, इसलिए वहां पर इंटरनेट होने की संभावना बहुत कम रहती है। ऐसी जगहों पर भी ऑनलाइन शिक्षा का कोई महत्व नहीं है।

ऑनलाइन शिक्षा में अध्यापक को छात्रों पर नियंत्रण रखना बहुत मुश्किल हो जाता है। क्योकि ऑनलाइन शिक्षा में छात्रो को शिक्षको का डर कम रहता है। इसकी वजह से कई छात्र अपना होमवर्क समय पर नहीं करते है। लेकिन अध्यापक स्कूल में छात्र पर नियंत्रण रख सकते है, इसलिए कक्षा में छात्र अनुशासित होकर पढ़ाई करते है। स्कूल में छात्र होमवर्क और क्लास वर्क दोनों समय पर करते है।

स्कूल में अध्यापक छात्रो पर हर वक्त नज़र रखते है। किन्तु ऑनलाइन क्लास में अध्यापक छात्रो पर सही से नज़र नहीं रख पाते। इसलिए कई बार छात्र ऑनलाइन क्लास के समय कुछ और कार्य कर रहे होते है। जिससे भी ऑनलाइन शिक्षा का कोई महत्व नहीं रहता।

ऑनलाइन शिक्षा मे प्रेक्टिकल वर्क कभी नहीं हो सकता, जबके स्कूल में पढ़ाई के साथ-साथ और भी कई प्रतियोगिता कराई जाती है। जैसे की नृत्य, संगीत, योगा, खेलकूद, भाषण-लेखन प्रतियोगिता, सांस्कृतिक प्रोग्राम आदि में बच्चे भाग लेकर नई चीजे सीखते है। लेकिन ऑनलाइन क्लास में छात्रों को केवल स्कूल का कोर्स ही खतम कराया जाता है। इसलिए शिक्षक भी छात्रो पर सिर्फ अपना कोर्स खतम कराने पर ध्यान देते है।

इस तरह ऑनलाइन शिक्षा के फायदे और नुकसान दोनों है। परंतु इसका उपयोग करने वाले पर यह निर्भर करता है कि, ऑनलाइन शिक्षा से फायदा लेना है या नुकसान।

 

निष्कर्ष

ऑनलाइन शिक्षा में इतनी शक्ति है कि वर्तमान में भले ही दुनिया पर कोई नई आपदा आ जाए, लेकिन हमारे छात्र शिक्षा से दूर नहीं रहेंगे। लेकिन इसके नुकसान भी बहुत है। क्योंकि अगर छात्र पढ़ाई के दौरान कुछ गलत कार्य करे या गंदी साइट में चला जाए तो काफी गंभीर परिणाम हमे छात्रो में देखने मिलेंगे। इसीलिए हो सके उतना अपने बच्चो पर ध्यान रखे, खासकर इंटरनेट चलाते समय। फिर वो ऑनलाइन क्लास कर रहा हो या कोई और चीज़ देख रहा हो। तभी हम ऑनलाइन शिक्षा का सही उपयोग कर पाएंगे। (ऑनलाइन शिक्षा पर निबंध)


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5 thoughts on “(2022) ऑनलाइन शिक्षा पर सर्वश्रेष्ठ निबंध- Essay on online Education in Hindi”

  1. ऑनलाइन शिक्षा के बारे में जानकारी देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद

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