(मेरा मित्र पर निबंध, मेरा सच्चा मित्र पर निबंध, mera priya mitra, mera priya mitra essay in hindi)
दोस्ती वो नहीं जो जान दे दे, दोस्ती वो भी नहीं जो मुस्कुराहट दे, सच्ची दोस्ती तो वह है जो पानी में गिर हुआ आँसु भी पहचान ले।
मित्र यानि एक ऐसा व्यक्ति जिसे आप अपने जीवन में दूसरे व्यक्ति से अधिक महत्व देते है। उस व्यक्ति पर आप भरोसा करते है। वह आपके लिए खुद का बलिदान दे देता है और दुख कि घड़ी में हमेशा साथ रहता है। ऐसे मित्रो का साथ कभी नहीं छोड़ना चाहिए। इसीलिए तो कहा जाता है कि, आपके जीवन में कुछ भी संभव है, जब आपके पास सही लोग हो यानि सही मित्र हो। जो आपका समर्थन करें और आपको आगे बढ़ाने की कोशिस करे।
मेरा प्रिय मित्र अब्दुल
(यहा पर आप अपने मित्र का नाम लिख सकते है)
हमारे जीवन में कई दोस्त आएंगे और चले जाएंगे, लेकिन एक सच्चा मित्र हमेशा हमारे साथ रहता है। मेरे जीवन में कई मित्र थे, लेकिन मेरा सच्चा दोस्त एक ही था। इसका नाम अब्दुल था। हमारी पहली मुलाक़ात कक्षा 4 में हुई थी। जब अब्दुल नया-नया स्कूल में आया तब वह कुछ ही दीनो में कई शिक्षक और छात्रो में प्रसिद्ध हो गया था। इसीलिए मैं उस समय अब्दुल को घमंडी समझता था। क्योंकि एक नया लड़का स्कूल में आकर सब जगह छा गया था। मुझे अब्दुल से जलन होती थी।
लेकिन कुछ दिनों बाद मैंने यह जानने की कोशिश कि, के अब्दुल कैसे सबके साथ मिल-जुल कर सबका चहिता बन गया। फिर मुझे पता चला की वह घमंडी नहीं बल्कि एक आत्मविश्वासी और प्रभावशाली व्यक्ति था। उसके मुख से निकलने वाली हर बात मिठास से भरी हुई थी। इसी वजह से सब लोग अब्दुल से प्रभावित हो रहे थे। इसलिए कुछ दिनों बाद मैंने भी धीरे-धीरे उससे बात करना शुरू की और हम भी एक अच्छे मित्र बन गए ।
मैंने अपने जीवन में पहला ऐसा व्यक्ति देखा जो न केवल पढ़ाई में आगे था बल्कि मस्ती में भी उसका नाम सबसे पहले आता था। लेकिन मुसीबत के समय भी वह हमेशा मेरे साथ था। उसके पास हर मुश्किल घड़ी का हल था। इसी कारण मेरी और अब्दुल की दोस्ती गहरी होती गई। हमारे जीवन में कई मित्र साथ होते है, लेकिन सच्चा मित्र वही होता है जिसके बिना काम ही नहीं हो सकता। अब्दुल मेरा ऐसा ही दोस्त था, जिसके बिना मेरा काम असंभव था।
वर्तमान में अब्दुल और मैं दोनों अपने सामाजिक और पारिवारिक जीवन में व्यस्त हैं। लेकिन जब भी हमें मिलने का मौका मिलता है तो हम बिल्कुल भी नहीं चूकते। आज भी हम दोनों जब साथ में होते है तब बच्चे बन जाते है। इसीलिए मैं अपने जीवन की कल्पना अपने सबसे अच्छे दोस्त अब्दुल के बिना नहीं कर सकता। जीवन में अब्दुल जैसा एक सच्चा मित्र मिलना आसान नही है।
एक रिसर्च के मुताबिक, आपके पास जीतने बेहतर गुणवत्ता वाले रिश्ते होंगे उतना ही आप ज्यादा खुश रहेंगे। इसीलिए आप भी अपने सच्चे दोस्त को महत्व देना शुरू करे। क्योकि एक मित्र हज़ार तनाव को दूर करता है।
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सच्ची दोस्ती के संकेत क्या है ?
अमेरिका स्थित एक यूनिवर्सिटी की रिपोर्ट के मुताबिक, हमारे मित्र हमे कई मायनो में अधिक आनंदमय जीवन जीने में मदद करते है। इसलिए हमे कभी भी एक सच्चे मित्र के मूल्य को कम नहीं समझना चाहिए। यदि आप अपने दोस्तों को सही तरीके से चुनते हैं, तो आप अपने आप को ऐसे लोगों से घेर लेंगे जो आपके मूल्यों को समझेंगे और हमेशा आपकी रक्षा करेंगे। इसलिए हमेशा जीवन में अच्छे मित्र बनाए।
जिंदगी में भले ही आप कम दोस्त बनाए, लेकिन ऐसे बनाए की हमारी मौत के वक्त भी हमारा साथ न छोड़ें। अगर आप किसी व्यक्ति से दोस्ती करना चाहते हैं, तो सबसे पहले उस व्यक्ति के करीबी समूह को देखें। इससे आपको अंदाजा हो जाएगा कि वह दोस्त के लायक है या नहीं। एक अच्छे दोस्त का संकेत यह है कि वे आपको स्वीकार करते हैं फिर आप चाहे कैसे भी हो।
सच्ची दोस्ती के कुछ संकेत,
- बुरे समय में भी अपना साथ ना छोड़ें बल्कि ऐसे समय में वह हमारे चारों और दीवार बनकर हमारी रक्षा करे, वो है दोस्त।
- हमारे जीवन के कई रहस्यो को जानता हो लेकिन कभी भी उसे बाहर ना लाए, वो है दोस्त।
- अपने व्यस्त कार्यक्रम में भी समय निकालकर हमारे साथ मस्ती करे, वो है दोस्त।
- अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए आपको प्रोत्साहित करे, वो है दोस्त।
- जीवन के हर उतार-चढ़ाव में हमारी मदद करे, वो है दोस्त।
- आपके जीवन की असलियत आपको बताए, वो है दोस्त।
- दुख की घड़ी में हमे रोने के लिए एक कंधे का सहारा दे, वो है दोस्त।
- आपके लिए पूरी दुनिया से लड़ जाए, वो है दोस्त।
- आपको सफल होते देख खुश हो, वो है दोस्त।
- हमारे व्यक्तित्व में सुधार लाये, वो है दोस्त ।
निष्कर्ष
चाणक्य कहते थे कि, उन लोगों पर कभी भरोसा नहीं करना चाहिए जो किसी भी चीज़ से ऊपर अपने हित को रखते है। इसलिए आप उन लोगो को अपना दोस्त बना सकते है जो हमेशा अच्छे कामों में आगे रहते है। ऐसे लोगो को हमेशा प्यार किया जाएगा और उनकी पीठ पीछे चुगली नहीं की जाएगी। जो लोग अपने रूप और ज्ञान पर कभी गर्व ना करे, दूसरे लोगो का सम्मान करे और सकारात्मक विचार रखता हो ऐसे लोगो को हमे अपना दोस्त बनाना चाहिए। अगर आपके आस-पास ऐसा कोई व्यक्ति है तो समझ लें कि आपके पास एक मानव रूपी रत्न है। ऐसे मित्रो को ज़िंदगी भर नहीं छोड़ना चाहिए।
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Thanks, aman